शायद ही कोई ऐसा होगा जिसको अपने घर पर सकून ना मिले। घर एक ऐसी जगह है जहां पर हर इंसान चैन की सांस लेता है। अगर वह घर फिर गांव वाला हो तो सोने पर सुहागा हो जाता है। अपने गांव के घर की याद में हमने कुछ शायरी लिखने का प्रयास किया है।